झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) प्रमुख शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन ने सात अन्य विधायकों के साथ शुक्रवार को चंपई सोरेन के नेतृत्व में बनी नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. बसंत सोरेन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई हैं. हेमंत कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. वहीं, कांग्रेस के कई विधायक नाराज बताए जा रहे हैं
कांग्रेस कोटे के चार पुराने मंत्रियों को दोबारा चंपई सोरेन कैबिनेट में जगह दिए जाने से लगभग एक दर्जन विधायक नाराज हैं. नाराज कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि शपथ ग्रहण में हम लोग कांग्रेस के प्रभारी के आग्रह पर शामिल हुए. अगर पुराने चेहरों को नहीं बदल गया तो वह दिल्ली जाएंगे. दिल्ली जाकर मल्लिकार्जुन खरगे और केशु वेणुगोपाल से मिलकर अपनी समस्या रखेंगे. आज नाराज विधायक दिल्ली जा सकते हैं.
लातेहार से जेएमएम के विधायक बैद्यनाथ राम के बारे में कहा जा रहा है कि उनका नाम मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायकों की सूची में शामिल था जिसे अंतिम समय में कथित रूप से हटा दिया गया.राम के एक करीबी सहयोगी ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के बाद उनका नाम सूची से वापस ले लिया गया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस पर विचार किया जाएगा. इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया के लिए राम से संपर्क नहीं किया जा सका. चंपई सोरेन ने हालांकि कहा कि 12वें मंत्री पर चर्चा अभी भी चल रही है.