दिल्ली के सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी रास्ते के जरिए लगातार दो बार देश की सत्ता की बुलंदी पर विराजमान हैं और हैट्रिक लगाने का प्लान है. बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) फार्मूला दिया था. अखिलेश ने बीजेपी को 2024 में पीडीए से रोकने का प्लान बनाया था, लेकिन मौजूदा सियासी माहौल में यही फार्मूला उनके गले की फांस बन गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य से लेकर पल्लवी पटेल और सलीम शेरवानी तक पीडीए को सियासी हथियार बनाकर उनपर ही निशाना साध रहे हैं. इस तरह अखिलेश यादव का पीडीए दांव चुनाव से पहले क्या मिसफायर हो गया है