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लिपस्टिक वाले बयान ने बढाया सियासी पारा, फिर RJD नेता अब्दुल बारी ने इस तरह से पेश की सफाई

बिहार की राजनिति में तो हमेशा उथल- पुथल जारी रहती है, वहां  एक से बढकर बयानों को सिलसिला भी जारी रहता है। तो इसी सिलसिले में  लालू यादव की पार्टी के गहरी छाप वाले नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने महिलाओं की  निजता को लेकर ऐसा बेतुका बयान दिया है जिसके बाद से सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि समूचे देश मे सियासी तपिश ने और जोर पकड़ लिया है।  बारी के बयान के लगातार गरमागर्मी  का महौल बना हुआ। इस बयान के बाद से  लालू यादव की पार्टी आरजेडी बुरी तरह घिर गई है इतना ही नहीं इस सुलगते बयान के बाद से पार्टी को तमाम तरह की तिखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। तो वही अब इन आलोचनाओं के बाद अब सिद्धकी ने सफाई भी पेश की है।

 आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपनी सफाई को पेश करते हुए कहा कि इस बयान को लेकर मेरा किसी भी प्रकार का कोई गलत मतलब नहीं था और न ही किसी को आहत करने  का मेरा मकसद  है  ये तो महज मेरा अपना एक अंदाज है। जिसे मैने मजाकिया अंदाज में समझाने का प्रयास किया था लेकिन जिसका गलत अर्थ निकाल लिया गया। यदि कोई मेरी इस भाषा से आहत हुआ है तो हम इसके लिए दुख प्रकट कते हैं। साथ ही उन्होंने आगे ये भी कहा कि उस दौरान अति पिछड़ा वर्ग की सभा औऱ में उन्हें पढ़ा रहा था। आसान भाषा में उन लोगों को समझा रहा था यानी कि जिसके लिए मुझे उनकी ही भाषा का प्रयोग करना पड़ा। इतना ही है तो आप मेरा पूरे स्टेटमेंट सुन लिजिएगा इससे साफ हो जाएगा कि मेररा मकसद किसी को भी  आहत करने का नहीं था।

दरअसल आपको बता दें कि सिद्दीकी ने महिला आरक्षण बिल पर महिलाओं पर निशाना साधते हुए कहा था कि लिपस्टिक और बॉबकट हेयर स्टाइल रखने वाली महिलाएं आ जाएंगी और अपना अधिकार जमाकर आपकी महिलाओं का हक वो बॉबकट वाली महिलाएं ले लेंगी। सिद्दीकी अपने बेतुके बयान देत हुए यहीं नहीं रूके उन्होंने ने आगे लोकसभा और विधान सभा में पिछड़ा और अति पिछड़ा महिलाओं को कोटे को लेकर भी अपनी वकालत झाड़ी और उनके इन बयानों के बाद से भारी बवाल मच गया। और अलग पार्टियों और उनके नताओं की सिलसिलेवार कड़ी नाराजगी जाहिर की जाने लगी है। इस बायन को महिला विरोधी भी करार दिया गया।