केरल का पारंपरिक डांस अम्मनकुदम आमतौर पर त्योहारों, शादियों और शुभ मौकों पर किया जाता है। अम्मनकुदम डांस करने वाले कलाकार अपने सिर पर पानी से भरे कुडम यानी बर्तन को रखके नाचते हैं। वायनाड के गरीब आदिवासी परिवारों का कहना है कि वे यह डांस ज्यादातर धार्मिक मौकों पर करते हैं लेकिन अब वे चुनाव प्रचार के दौरान पारंपरिक डांस करके थोड़ी कमाई कर रहे हैं।
अम्मनकुदम डांस में महारत हासिल करने वाले बाबू अब मुफ्त में अपने समुदाय को डांस सिखाते हैं। डांस करने वाले कलाकार चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवारों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चलते हैं और तकरीबन एक हजार रुपये कमा लेते हैं। अम्मनकुदम डांस करने की फीस प्रति किलोमीटर के हिसाब से तय होती है। आम चुनाव में केरल की सभी 20 सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।