कोटा के कोचिंग हब में तीन दिन में दो सुसाइड के बाद, जिला प्रशासन ने आत्महत्या को रोकने के लिए फिर से कोशिशें तेज कर दी हैं। प्रशासन ने माता-पिता से भी अपील की है कि वो बच्चों से रेगुलर बात करें और उनकी बात सुनें।
कुछ स्टूडेंट ने माता-पिता और टीचरों के बात मानी है। साथ ही ये भी कहा कि अच्छे से पढ़ाई करके वो टारगेट तक पहुंच सकते हैं। अभिभावकों ने प्रशासन की पहल की तारीफ की और कहा कि स्टूडेंट को तभी कोटा भेजना चाहिए, जब वो खुद इसके लिए तैयार हों।
कोटा में जनवरी से अब तक आत्महत्या के नौ मामले सामने आ चुके हैं। 2023 में कोचिंग हब में कुल 26 स्टूडेंट ने आत्महत्या की थी।