230 सदस्यीय विधानसभा के नए सदस्य बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों का भविष्य EVM में बंद हो जाएगा. चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को सामने आएगा. प्रदेश की राजनीति में महाकौशल क्षेत्र की अपनी अलग ही खास पहचान है. भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की सत्ता पर पकड़ बनाए रखने के लिए 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत कई सांसदों को मैदान में उतारा है. अकेले महाकौशल क्षेत्र में 2 केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ 4 सांसद यहां से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
क्षेत्रवार देखा जाए तो महाकौशल क्षेत्र से इस बड़ी संख्या में दिग्गज चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. इस क्षेत्र में आने वाले 8 जिलों में 38 विधानसभा सीटें पड़ती हैं. महाकौशल क्षेत्र में चर्चित छिंदवाड़ा और जबलपुर जिले के साथ-साथ कटनी, नरसिंहपुर, डिंडौरी, मंडला, सिवनी और बालाघाट जिले आते हैं. 5 साल पहले 2018 में यहां हुए चुनाव में इस क्षेत्र में 24 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी. इसी शानदार प्रदर्शन की वजह से कांग्रेस 15 साल बाद फिर से सत्ता में लौट पाई थी.