Madhya Pradesh: कतर से रिहा हुई नौसेना के एक पूर्व अधिकारी की बहन ने भाई की नौसैनिकों की रिहाई पर खुशी जताई। उन्होंने इस कदम के लिए पीएम मोदी का धन्यवाद भी किया। कमांडर (रिटायर्ड) पूर्णेंदु तिवारी की बहन डॉ. मीतू भार्गव ने कहा कि उन्होंने इतने कठिन समय में भी संयम बनाए रखा। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर, कतर में भारत के राजदूत और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का भी धन्यवाद किया।
कतर ने जेल में बंद आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गई थी। आठ में से सात पूर्व नौसैनिक सोमवार सुबह भारत लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने सोमवार को कहा कि भारत अगस्त 2022 में गिरफ्तार किए गए भारतीयों की रिहाई और घर वापसी के फैसले के लिए कतर को धन्यवाद देता है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी भार्गव ने कहा, "सरकार की कोशिशों से सभी आठ कर्मियों को रिहा कर दिया गया है और उनमें से सात भारत आ गए हैं। मैं इससे बहुत खुश हूं।"
भार्गव ने कहा कि उन्हें ज्यादा खुशी होती अगर उनका भाई भी उनके साथ लौटता। उन्होंने भाई से बात करने के बाद बताया कि वो दूतावास में ठीक है और जल्द ही भारत वापस आएगा। भारत लौटने वाले सात नागरिक हैं- कैप्टन (रिटायर्ड) नवतेज गिल और सौरभ वशिष्ठ, कमांडर (रिटायर्ड) अमित नागपाल, एस. के. गुप्ता, बी. के. वर्मा, सुगुनाकर पकाला और नाविक रागेश।