पंजाब में सियासी कलह अपने चरम पर है. नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमृंदर सिंह राजा वडिंग के बीच सियासी तकरार किसी से छिपी नहीं है. सिद्धू पार्टी में रहते हुए अपनी अलग रैलियां कर रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले ही राजा वडिंग की तरफ से सिद्धू के दो करीबी नेताओं को निलंबित कर दिया गया. यह वही नेता थे, जिन्होंने मोगा में नवजोत सिंह सिद्धू की रैली का आयोजन किया था. लेकिन वडिंग की लाख धमकियों के बाद भी सिद्धू लगातार पार्टी लीक से हटकर काम कर रहे हैं
लोकसभा चुनाव पास आ रहे हैं और पंजाब कांग्रेस दो हिस्सों में बंटी हुई है. नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस आमने-सामने आ गई है. सिद्धू ने आज चंडीगढ़ में होने वाली इलेक्शन कमेटी की मीटिंग का बायकॉट किया. सिद्धू इस मीटिंग में शामिल होने के बजाए अपने शहर पटियाला में ही मौजूद रहे. एक तरफ पंजाब कांग्रेस की 31 मैंबरों वाली इलेक्शन कमेटी की मीटिंग चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ सिद्धू ने अपनी अलग से मीटिंग की.