एम्स ऋषिकेश में आउटसोर्सिंग से तैनात बी और सी ग्रुप के नर्सिंग स्टाफ को अनुबंधित कंपनी ने सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया है, नोटिस के अनुसार कर्मचारी 31 अगस्त के बाद एम्स में सेवाएं नहीं दे पाएंगे। नोटिस मिलते ही आउटसोर्स कर्मचारी आंदोलित हो गए हैं। आक्रोशित कर्मचारियों ने एम्स चिकित्सा अधीक्षक और कार्यकारी निदेशक कार्यालय पर धरना दिया। सभी कर्मचारियों का एम्स में धरना प्रदर्शन जारी है और भारी पुलिस बल तैनात है.
एम्स में प्रिंसिपल सिक्योरिटी आउटसोर्स कंपनी के माध्यम से करीब 400 से अधिक बी और सी ग्रुप के नर्सिंग स्टाफ तैनात है। आउटसोर्स कंपनी ने उक्त सभी नर्सिंग कर्मियों को 31 अगस्त के बाद सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया। कर्मचारियों ने कहा कि वह वर्षों से यहां सेवाएं दे रहे हैं। कोरोनाकाल में खुद की जान की परवाह किए बगैर दूसरों की जान बचाई। अब आउटसोर्स कंपनी और एम्स प्रशासन उन्हें बाहर करने का नोटिस थमा दिया है।
वहीं प्रिसिंपल आउटसोर्स कंपनी के उत्तराखंड मैनेजर चंदन कुमार मेहरा ने कहा कि एम्स प्रशासन के नियमित नर्सिंग स्टाफ की तैनाती होने पर आउटसोर्सिंग स्टाफ की आवश्यकता नहीं होगी। इसलिए नर्सिंग आउटसोर्स कर्मियों को 31 अगस्त के बाद सेवा समाप्ति का नोटिस दिया गया है। वही जब कर्मचारियों के द्वारा एम्स परिसर में धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, तो सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया.
वहीं एम्स प्रशासन के अधिकारियों और धरना दे रहे कर्मचारियों के बीच वार्ता शुरू हो गई है और एम्स के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही निष्कर्ष निकाल दिया जाएगा और सभी कर्मचारी वापस काम पर लौट आएंगे।