पंजाब में शुक्रवार को पराली जलाने की घटनाओं में भारी गिरावट देखी गई। राज्य में 24 घंटे में पराली जलाने की 639 घटनाएं सामने आई। वहीं पुलिस और नागरिक प्रशासन ने फसल के अवशेष जलाने से रोकने के लिए दोषी किसानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। फिरोजपुर के डीएसपी रणधीर कुमार ने कहा कि पंजाब पुलिस ने अब तक 24 एफआईआर दर्ज की हैं और राज्य में पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए 188 एक्ट लगाया गया है।
रणधीर कुमार ने कहा, "पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए अब तक 24 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 188 एक्ट लगाए गए हैं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि पराली न जलाएं क्योंकि इससे प्रदूषण बढ़ता है और पराली को निपटाने के लिए मशीन का इस्तेमाल करें।"
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी के मद्देनजर पराली जलाने पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने चीफ सेक्रेटरी की निगरानी में लोकल स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को फसल अवशेष जलाने से रोकने की जिम्मेदारी दी थी।
अक्टूबर और नवंबर महीने में राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर में बेहताशा बढ़ोतरी के पीछे पंजाब और हरियाणा में धान की पराली जलाने को अहम कारण माना जाता है।