असदुद्दीन ओवैसी और पल्लवी पटेल का गठबंधन हो गया है. दोनों की मुलाकात की फोटो का सोशल मीडिया में वायरल होरहे है. इसी के साथ स्वामी प्रसाद मौर्य ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. वहीं ओवैसी ने गाजीपुर जाकर अफजाल अंसारी से मुलाकात की. साथ ही चंद्रशेखर रावण का ओवैसी की तारीफ करना. ये सब क्या महज संयोग है ! राजनीति में इसे प्रयोग कहते हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर अगर थर्ड फ्ररंट बना तो इंडिया गठबंधन के लिए ये शुभ संकेत नहीं है. ओवैसी के नेतृत्व वाला प्रयोग हिट हो या फिर फ्लॉप. लेकिन यूपी की राजनीति में इस से अचानक से हलचल आ गई है.