आज जम्मू कश्मीर, लद्दाख समेत देश ही नहीं पूरी दुनिया की निगाहें भारत के सुप्रीम कोर्ट की तरफ हैं. देश की सबसे बड़ी अदालत अनुच्छेद 370 को लगभग खत्म कर देने वाले भारत सरकार के फैसले पर अपना निर्णय सुनाने जा रही है. आज के फैसले के बाद यह तय हो जाएगा कि क्या आर्टिकल 370 को दोबारा बहाल किया जा सकता है या नहीं.
फैसले से पहले पीडीपी यानी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि उन्हें नजरबंद कर लिया गया है. साथ ही महबूबा के मुताबिक उनके घर के मेन गेट को भी लॉक कर दिया गया है. 5 अगस्त 2019 को जब भारत सरकार ने कश्मीर के विशेषाधिकार को खत्म किया था. तब भी कई बड़े नेताओं को नजरबंद कर लिया गया था.
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की हालांकि इस पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि नजरबंदी की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है. सिन्हा ने कहा है कि किसी को भी हाउस अरेस्ट या राजनीतिक कारणों से गिरफ्तार नहीं किया गया है, यह केवल झूठ फैलाया जा रहा है.
जम्मू कश्मीर क्या हैं हालात?
1. आज कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह हाई अलर्ट पर है. इस दौरान किसी भी तरह के वीआईपी मूवमेंट तक की मनाही है. सूत्रों के अनुसर यह भी कहा गया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी आज कोई वीआईपी मूवमेंट नहीं रहेगी.
2. सीआरपीसी 144 के तहत सोशल मीडिया को लेकर साइबर पुलिस ने एक गाइडलाइन जारी की है और इस पर कड़ी निगाह रखी जा रही हैं ताकि किसी भी तरह के भड़काऊ पोस्ट पर समय रहते कार्रवाई की जा सके.