Jharkhand: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) पर खेल मंत्रालय ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। मंत्रालय ने नए संघ को रद्द करने के साथ-साथ हाल ही में चुने गए अध्यक्ष संजय सिंह को भी पद से निलंबित कर दिया। इस मामले पर अध्यक्ष पद से निलंबित संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी तक निलंबन पत्र नहीं देखा है, वो पत्र देखने के बाद ही फैसला करेंगे कि आगे क्या करना है।
रांची एयरपोर्ट पर संजय सिंह ने मीडिया से कहा कि जब उन्हें इस बात की जानकारी मिली तब वो फ्लाइट में थे। उन्होंने कहा कि वो केवल इतना जानते हैं कि उनकी गतिविधियों को रोक दिया गया है। खेल मंत्रालय ने रविवार को कुश्ती महासंघ और इसके नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सिंह को अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया है।
खेल मंत्रालय के सूत्रों की माने तो डब्ल्यूएफआई को खत्म नहीं किया गया है। मंत्रालय का कहना है कि डब्ल्यूएफआई ने मौजूदा नियम-कायदों की उपेक्षा की है। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी के नेतृत्व वाले पैनल ने 15 में से 13 पदों पर जीत हासिल करने के बाद गुरुवार को संजय सिंह को डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया था।
संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुश्ती छोड़ने का ऐलान कर दिया था। उनके बाद बजंरग पूनिया ने पद्म श्री लौटा दिया। उनके अलावा हरियाणा के पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह ने पद्म श्री लौटाने का एलान कर दिया था।