Breaking News

मध्य अफगानिस्तान में भारी बारिश और बाढ़ से पचास लोगों की मौत     |   तीन बंधकों के शव मिलने के बाद इजरायली सेना को गाजा से मिला एक और बंधक का शव     |   लोकसभा चुनाव 2024: आज पश्चिम बंगाल में 3 जनसभा को संबोधित करेंगे PM मोदी     |   जम्मू-कश्मीर: कठुआ में संदिग्ध एक्टिविटी के बाद सुरक्षाबलों ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन     |   यूपी और बिहार में 3 जनसभा करेंगे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह     |  

हिजाब पर फिर छिड़ा विवाद, जानें क्यों बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ सड़कों पर उतरी मुस्लिम छात्राएं

राजधानी जयपुर में बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य को लेकर बखेड़ा हो गया है. यह बखेड़ा हिजाब के विवाद को लेकर हुआ बताया जा रहा है. उसके बाद मुस्लिम समुदाय की छात्राओं और उनके परिजनों ने सुभाष चौक थाने का घेराव कर लिया और वहां बालमुकुंदा आचार्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. माहौल को भांपकर पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी मौके पहुंचे और हालात को संभाला. वहां अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. छात्राओं का आरोप है कि विधायक ने हमारे हिजाब को लेकर बातें की. धार्मिक नारे लगवाए. यह हमें कतई मंजूर नहीं है.

तीन छात्राओं के साथ-साथ उनके परिजन भी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे और विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे. थाने के घेराव की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए और वे मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों से समझाइश की. लेकिन छात्राओं का कहना था कि जब तक एफआईआर दर्ज नहीं होगी तब तक हम लोग यहां से जाने वाले नहीं हैं.

विधायक बोले वहां दो तरह का माहौल था
वहीं इस मामले को लेकर हवामहल विधायक बालमुकुंदा आचार्य का कहना है कि राम मेरे भगवान हैं. मेरे आदर्श हैं. मैं हर काम की शुरुआत उनके नाम से करता हूं. इस पर किसी को नहीं आपत्ति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मैंने विद्यालय की प्रिंसिपल से पूछा था क्या यहां दो तरह की ड्रेसकोड है क्या? बकौल विधायक मुझे वहां दो तरह का माहौल नजर आया, हिजाब में और बिना हिजाब के.

बच्चों को स्कूल के ड्रेसकॉड के हिसाब से आना चाहिए
विधायक बालमुकुंद आचार्य का तर्क था कि कल को हमारे बच्चे भी लहंगा चुन्नी या अलग-अलग कलरफुल ड्रेसकॉड में आयेंगे तो स्कूल में कैसे चलेगा. लेकिन कुछ लोगों को राजनीति करनी होती है वो बाज नहीं आते हैं. विधायक बोले सरकारी स्कूल का एक तय ड्रेसकॉड होता है. वैसे ही बच्चों को आना चाहिए. उन्होंने कहा कि बच्चियों को भारत माता की जय बोलने को कहा गया. क्या ये गलत है? क्या सरस्वती मां की जय बोलना गलत है? बच्चों को स्कूल के ड्रेसकॉड के हिसाब से आना चाहिए.