मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम समय बचा है। ऐसे में भिंड के वोटरों ने अपने जनप्रतिनिधियों के सामने अनोखी मांग रखी है। वोटरों का कहना है कि विधायक ऐसा चाहिए जो नौकरी नहीं तो कम से कम बंदूक का लाइसेंस तो बनवा ही दे।
मध्य प्रदेश के चंबल में बंदूकों के लिए दीवानगी किसी से छिपी नहीं है, जिसमें भिंड जिला भी शामिल है। इसका अंदाजा चुनाव घोषित होने के बाद थाने में हथियार जमा कराने वालों की भीड़ से लगाया जा सकता है।
इस इलाके में बंदूक केवल सामाजिक रुतबे का ही प्रतीक नहीं हैं बल्कि रोजगार का बड़ा जरिया भी है। चुनावी मौसम में वोटरों की शस्त्र लाइसेंस की मांग को राजनैतिक समर्थन भी मिल रहा है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनावों के लिए मतदान होगा और तीन दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।