विंध्यांचल पर्वतमाला के हिस्से की वन श्रंखला के अंतर्गत आने वाले बस्सी वन्य जीव अभयारण्य में पर्यटकों को बढ़ावा देने और ईको टूरिज्म को बेहतर बनाने के उद्देश्य 12 किलोमीटर लंबी जंगल सफारी की शुरुआत की जा रही है। ये राज्य के सरिस्का और रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यानों में पहले से मौजूद सफारी की तर्ज पर होगा।
फिलहाल इस सफारी को जनवरी महीने से शुरू करने की पूरी तैयारी चल रही है। यहां पर्यटकों के लिए पहले से ही उपलब्ध सुविधाओं में नाव की सवारी शामिल है जिसके माध्यम से वे अभयारण्य में पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियों का पता लगाते हैं।
वे यहां मगरमच्छों को भी देख सकते हैं जिनकी संख्या 300 के करीब है। संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में वन विभाग की इस पहल से चित्तौड़गढ़ के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा साथ ही आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए रोजगार के भी व्यापक अवसर प्राप्त होंगे।