कर्नाटक सरकार ने पाठ्य-पुस्तकों को दो भागों में बांटकर स्कूल बैग का वजन कम करने की योजना बनाई है। पूरे वर्ष के लिए सभी पाठ्यपुस्तकें एक साथ उपलब्ध कराने के बजाय, छात्रों को विभाजित पाठ्यपुस्तकें प्राप्त होंगी। इस तरह से छात्रों को केवल उन्हीं अध्यायों वाली किताबें स्कूल ले जानी होंगी जो साल के उस विशेष आधे हिस्से में पढ़ाई जाएंगी, जिससे उनके बैग का वजन कम हो जाएगा।
राज्य के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि उन्हें भेजे गए एक वीडियो में एक बच्चे को बैग के वजन के कारण गिरते हुए दिखाया गया था, जिससे उन्हें ये निर्णय लेने के लिए प्रभावित होना पड़ा। ये फैसला न सिर्फ छात्रों बल्कि उनके अभिभावकों के लिए भी बड़ी राहत लेकर आया है जो लंबे समय से स्कूलों को ये कदम उठाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे थे।