राजस्थान के बीकानेर में मौजूद 'नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइंस' ने भ्रूण स्थानांतरण तकनीक से देश में पहली बार जांसकारी नस्ल का घोड़े का बच्चा पैदा किया गया है। ये बच्चा जांसकारी घोड़े से कृत्रिम गर्भाधान करके और साढ़े छह दिन बाद भ्रूण को दूसरी घोड़ी में ट्रांसफर करके पैदा किया गया है।
जांसकारी नस्ल, ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र के लेह-लद्दाख में पाए जाने वाले देशी घोड़े हैं। इन्हें ताकत और बहुत ज्यादा ठंड को झेलने के लिए जाना जाता है। देश में पिछली बार हुई पालतू जानवरों की जनगणना के अनुसार, भारत में केवल 6600 से कुछ अधिक जांसकारी घोड़े बचे हैं।
संस्थान के वैज्ञानिकों का कहना है कि वो लुप्त हो रही घोड़ों की इस नस्ल को बचाने के लिए भ्रूण ट्रांसफर टेक्निक का इस्तेमाल कर रहे हैं। अप्रैल के अंतिम हफ्ते में पैदा हुए जांसकारी घोड़े के बच्चे का वजन 28 किलोग्राम है और इसका नाम राज जांसकार रखा गया है।