मणिपुर में शांति कायम करने की तमाम कोशिशें मानो विफल हो चुकी है. मई महीने में शुरू हुई हिंसा आज भी जारी है. हजारों की संख्या में सैन्य बल तैनात हैं. पैरामिलिट्री से लेकर रैपिड एक्शन फोर्स तक के जवान राज्य में भेजे गए हैं लेकिन कथित रूप से हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है. इस बीच केंद्र सरकार ने कुछ चुनिंदा अधिकारियों पर भरोसा जताया है और उन्हें मणिपुर में हालात को काबू करने के लिए नियुक्त किया है
सरकार मणिपुर में जिलेवार सैन्य टुकड़ी को जिम्मेदारी सौंपने वाली है. मसलन, एक फोर्स, एक जिला की नीति पर काम चल रहा है. इससे हिंसा को काबू करने में आसानी होगी. साथ ही सुरक्षा बलों के बीच किसी भी संभावित विवाद को कम किया जा सकेगा. इनके अलावा सरकार का मानना है कि इससे जवाबदेही तय हो पाएगा.