भारत में ज्यादातर सिरेमिक उत्पादन गुजरात के छोटे से जिले मोरबी में होता है। मोरबी की 10,000 से ज्यादा मैन्यूफैक्चरिंग यूनिटों में देश का 90 प्रतिशत सिरेमिक उत्पादन होता है। गुजरात के मंत्री राघवभाई पटेल के मुताबिक वाइब्रेंट गुजरात समिट ने गुजरात के सिरेमिक उद्योग को पूरी दुनिया में मशहूर किया है।
मोरबी में सालाना 48 हजार करोड़ रुपये का सिरेमिक उत्पादन होता है। ये उद्योग चार लाख लोगों को रोजगार दे रहा है। सिरेमिक उद्योग के एक कर्मचारी का कहना है कि सिर्फ गुजरात के ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों से भी लोग मोरबी आकर सिरेमिक उद्योग में काम कर रहे हैं और रोजी-रोटी कमा रहे हैं।
गुजरात भारत के सिरेमिक निर्यात में सबसे आगे है। भारत से कुल सिरेमिक निर्यात 2.67 अरब डॉलर का होता है। इसमें से 2.18 अरब डॉलर का योगदान सिर्फ गुजरात का है। मोरबी सिरेमिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद भडजा का कहना है कि मोरबी सिरेमिक उद्योग को वाइब्रेंट गुजरात समिट शुरू होने का काफी फायदा मिला है और इसका श्रेय राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।
लगातार आगे बढ़ता गुजरात का सिरेमिक उद्योग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के सुनहरे भविष्य की झलक दिखाता है।