मध्य प्रदेश की नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को भोपाल में शुरू हुआ। प्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए नामांकन जमा कर दिया है। विधायक दल का नेता होने के नाते, मैं विपक्ष के सकारात्मक सहयोग का स्वागत करता हूं और आशा करता हूं कि विपक्ष इसे आगे भी बनाए रखेगा। विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और मध्य प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का चार दिवसीय सत्र 21 दिसंबर को समाप्त होगा। पहले दो दिनों में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी, जबकि सत्र के तीसरे दिन बुधवार को स्पीकर का चुनाव होगा। इसके अलावा राज्यपाल भी सदन को संबोधित करेंगे
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने 17 साल के कार्यकाल को याद किया। उन्होंने कहा, मैंने लगभग 17 साल मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की जनता की सेवा की है और विकास हो या जन कल्याणा मुझे आत्मसंतोष भी है और गर्व भी है कि अपनी जनता के लिए और प्रदेश के विकास के लिए मैं बहुत काम कर पाया। लेकिन स्वाभाविक रूप से एक राज्य के नागरिक के नाते मेरी यही इच्छा है कि श्री मोहन यादव जी के नेतृत्व में मुझसे बेहतर काम हो।"