खिलखिलाते चेहरों, लंबी मुस्कान और जोश के साथ मध्य प्रदेश में जबलपुर के 'विकलांग सेवा भारती संस्थान' में दिव्यांग बच्चों का स्वागत किया जाता है। ये संस्थान मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देता है और उन्हें अलग-अलग स्किल में ट्रेनिंग देता है। जैसे-जैसे होली नजदीक आ रही है, यहां के छात्र मंदिरों से इकट्ठा किए गए फूलों से बने गुलाल तैयार करने में जुटे हैं।
ये छात्र-छात्राएं अलग-अलग मंदिरों से फूल इकट्ठा करते हैं, उन्हें धूप में सुखाते हैं, उन्हें पीसते हैं, और फिर खाने वाले रंग मिलाकर गुलाल तैयार करते हैं। ये गुलाल केमिकल फ्री होता है और इससे त्वचा को कोई नुकसान भी नहीं होता है। इस गुलाल की एक और खासियत इसकी खास खुशबू है। संस्थान के टीचर छात्र-छात्राओं को गुलाल, राखी और दीये जैसे कई प्रोडक्ट को बनाने की ट्रेनिंग देते हैं। इन प्रोडक्ट को तैयार कर त्योहारों के दौरान बेचा जाता है। विकलांग सेवा भारती संस्थान में इस वक्त 65 छात्र-छात्राएं हैं।