प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उधमपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "कांग्रेस और उनका पूरा तंत्र, अगर कभी मुंह से राम मंदिर भी निकल गया तो चिल्लाने लग जाती है, रात-दिन चिल्लाती है कि राम मंदिर भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा है। राम मंदिर ना कभी चुनाव का मुद्दा था, ना चुनाव का मुद्दा है और ना ही कभी चुनाव का मुद्दा बनेगा। राम मंदिर का संघर्ष तो तब से हो रहा था जब भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था। बरसों तक लोगों ने अपनी ही आस्था के लिए क्या-क्या नहीं झेला। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेता बड़े-बड़े बंगलों में रहते थे लेकिन जब राम लला का टेंट बदलने की बात आती थी तो लोग मुंह फेर लेते थे, अदालतों की धमकियां देते थे। बारिश में राम लला का टेंट टपकता रहता था और रामलला के भक्त टेंट बदलवाने के लिए अदालतों के चक्कर काटते रहते थे। हमने इन्हीं लोगों से कहा कि एक दिन आएगा, जब रामलला भव्य मंदिर में विराजेंगे।"