एनडीए गठबंधन का सियासी कुनबा 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार बढ़ गया है. 2019 में एनडीए में बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी शामिल थी, लेकिन इस बार पुराने तीन प्रमुख दलों के साथ-साथ उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी की पार्टी भी शामिल है. ऐसे में सीट शेयरिंग में जेडीयू को पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में दो सीटें कम मिली हैं और उसे अपने दो मौजूदा सेटिंग सीट छोड़नी पड़ी है. बीजेपी ने भी अपनी एक सेटिंग सीट छोड़ी है. इसके अलावा पशुपति पारस के साथ रहने वाले एलजेपी के पांच सांसदों की सीटें चिराग पासवान के खेमे में चली गई हैं. इस तरह टिकटों की घोषणा से पहले ही एनडीए के 8 सांसदों का टिकट कट गया है.