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मछली पकड़ने पर रोक और बढ़ती गर्मी का फिश इंडस्ट्री पर बुरा असर

 मौसम में उतार-चढ़ाव और मछली पकड़ने पर लगी रोक की वजह से तमिलनाडु के तूतुकुडी के थेरेसपुरम इलाके में लोगों को मछली नहीं मिल पा रही है। ब्रीडिंग सीजन होने की वजह से पूर्वी तट के आस-पास मछली पकड़ने पर हर साल दो महीने प्रतिबंध रहता है। इस दौरान आमतौर पर बिकने वाली मछली की अलग-अलग किस्मों की कीमतें बढ़ जाती हैं।

मछुआरों के मुताबिक बढ़ती गर्मी की वजह से इस दौरान बहुत कम तादाद में मछली पकड़ी जाती है। मैकेनाइज्ड बोट मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाती जिसकी वजह से बाजार में मछली की कीमतें बढ़ जाती हैं। मछुआरों के मुताबिक शीला मछली 1500 रुपये में बेची जा रही है, और विलाई मीन ( एंपरर फिश) 650-700 रुपये के बीच बेची जा रही है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में बाजार में मछली की सप्लाई में और कमी आ सकती है।
 
चेन्नई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके मुताबिक तमिलनाडु में अगले दो दिनों तक लू चलने का अनुमान है। लोगों का कहना है कि मछली पकड़ने पर लगी रोक हटने में अब भी एक महीने का वक्त बचा है, ऐसे में मछली की कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है।