उत्तर प्रदेश के मथुरा की आरोही अग्रवाल ने 12 साल की छोटी उम्र में ही हारमोनियम, तबला, गिटार और जाइलोफोन समेत लगभग हर संगीत वाद्य बजाने में महारत हासिल कर ली है। आरोही को संगीत के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। इनमें दिल्ली के एक फाउंडेशन से डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार भी शामिल है। आरोही अपने दादा डॉक्टर राजेंद्र कृष्ण अग्रवाल से प्रेरणा लेती हैं। वे मथुरा के मशहूर संगीतकार हैं और अपना संगीत विद्यालय चलाते हैं। संगीत वाद्यों को सहजता से बजाने के अलावा आरोपी एक बेहतरीन गायिका भी हैं।