ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में पांच विकेट झटकने वाले भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि, "जब मैं नियमित रूप से खेल रहा था, तो कोई ऐसा खिलाड़ी रहा होगा, जिसे बाहर बैठना पड़ा लेकिन वो टीम में रहने के लायक था। इसलिए अगर आप प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठ रहे हैं तो आप निराश महसूस नहीं कर सकते क्योंकि टीम जीत रही है।" भारतीय टीम प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि आगामी विश्व कप के दौरान टीम पूरी ताकत से खेलेगी। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज दो फ्रंट-लाइन तेज गेंदबाज होंगे।
इससे जुड़े सवाल पर शमी ने कहा कि टीम में रोटेशन (नियमित तौर पर बदलाव) कोई बुरी बात नहीं है। शमी ने कहा, "यह टीम की योजना है और इस पर कायम रहना महत्वपूर्ण है। आप हमेशा अंतिम एकादश में नहीं रह सकते क्योंकि बहुत कुछ टीम चुनने पर निर्भर करता है।"
"अगर आप अच्छा खेल रहे हैं और अगर आप अंतिम एकादश में नहीं हैं तो आपको उनका समर्थन करना चाहिए जो खेल रहे हैं। मुझे लगता है कि निराश होने का कोई मतलब नहीं है और टीम जो भूमिका देगी मैं उसे निभाने के लिए तैयार हूं। उनसे यह भी पूछा गया कि क्या वह इस रोटेशन नीति को मंजूरी देते हैं जहां उन्हें बाहर बैठना होगा।
शमी ने कहा, "आप जो जानने की कोशिश कर रहे हैं वह मेरी समझ से परे है लेकिन जाहिर तौर पर जब आप एक टीम बनाते हैं, तो खिलाड़ियों को रोटेट करने में कोच की भूमिका होती है और स्थिति के आधार पर यह तय किया जाता है।" उन्होंने साफ किया कि विश्व कप जैसे बड़े आयोजन से पहले रोटेशन अच्छी बात है।