आयोडीन सबसे महत्वपूर्ण खनिजों में से एक है। शरीर में इसकी कमी से कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आयोडीन की कमी के कारण ब्रेन डैमेज होने का रिस्क बढ़ सकता है। यह थायरॉयड हार्मोंन के लिए भी जिम्मेदार होता है। इसके अलावा बच्चों के विकास में भी आयोडीन मुख्य भूमिका निभाता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स आयोडीन से भरपूर होते हैं। इसके लिए पनीर शानदार ऑप्शन हो सकता है। आप पनीर का इस्तेमाल कर कई तरह की डिशेज बना सकते हैं। चाहे तो आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं।
आयोडीन शिशुओं के विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप उन्हें अंडे खिला सकते हैं। अंडे की जर्दी में आयोडीन की मात्रा पर्याप्त होती है। यह आयोडीन का हेल्दी स्रोत साबित हो सकता है।
सी-फूड्स एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत हैं। इसमें कैलोरी भी कम होती है। अगर आप आयोडीन की कमी दूर करना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में सी-फूड्स शामिल कर सकते हैं। इसके लिए झींगा खा सकते हैं, जो आयोडीन से भरपूर होता है।
मछलियां भी आयोडीन की मुख्य स्रोत हैं। इसके लिए टूना फिश को आप अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है। यह पोटैशियम, आयरन, विटामिन-बी का समृद्ध स्रोत हैं। टूना ओमेगा-3 फैटी एसिड का भी एक अच्छा स्रोत हैं। जो आपके हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।
दही में भी आयोडीन की मात्रा होती है। इसके अलावा कैल्शियम और प्रोटीन भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। दही खाने से पाचन भी दुरुस्त रहता है।