रूस की कंपनी रूस इलेक्ट्रानिक्स ने बड़ा दावा किया है, जिसके मुताबिक उन्होंने एक ऐसे ट्रांसपोंडर को बनाया है जो युद्धक्षेत्र में ये पहचान कर सकेगा कि आसमान में मौजूद ड्रोन दुश्मन का है या अपना. रूस-यूक्रेन युद्ध में दोनों ही तरफ से ड्रोन का बखूबी इस्तेमाल किया जा रहा है. ड्रोन ने इस जंग में अपनी अहमियत साबित कर पूरी दुनिया को बताया है कि लड़ाई में ड्रोन कितने कारगर साबित हो सकते हैं.
सबसे बड़ी समस्या ये होती है कि आसमान में उड़ रहे इन ड्रोन्स को लेकर कई बार असमंजस हो जाता है कि ये अपना ड्रोन है या दुश्मन का ड्रोन है. यही वजह है कि कई बार रडार अपने ड्रोन को भी मार गिराता है, जबकि कई बार दुश्मन के ड्रोन को अपना समझ लेकर उसे छोड़ देता है. जिसकी उसे भयानक कीमत चुकानी होती है.