बांग्लादेश की राजधानी में गारमेंट कर्मियों द्वारा पैसे बढ़ाने की मांग को लेकर किया जा रहा प्रदर्शन बुधवार को हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, तो जवाब में पुलिस ने रबर की गोलियां-आंसू गैस का प्रयोग किया। पुलिस के साथ झड़प में एक महिला की मौत हो गई।
गत सप्ताह विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से यह तीसरी मौत है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि एक दिसंबर से न्यूनतम भत्ता 56.25 प्रतिशत बढ़कर 12,500 टका (114 डॉलर) प्रतिमाह हो जाएगा, जो पांच साल में पहली बढ़ोत्तरी है, लेकिन कर्मचारी दोगुना पैसा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारी अशरफउद्दीन ने बताया कि ढाका के बाहरी इलाके में स्थित गारमेंट हब गाजीपुर की गलियों में एकत्रित मजदूरों ने सड़कें जाम कर दीं और कई वाहनों में तोड़फोड़ की। पथराव कर रहे कर्मचारियों को तितर-बितर करने के लिए हमें आंसू गैस, रबर की गोलियों और साउंड ग्रेनेड का प्रयोग करना पड़ा।
बता दें कि कम मजदूरी ने बांग्लादेश को अपनी गारमेंट इंडस्ट्री बनाने में मदद की है। यहां चार हजार फैक्ट्रियों में तकरीबन 40 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं। रेडीमेड गारमेंट्स बांग्लादेश अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है और कुल जीडीपी का लगभग 16 फीसदी है।