उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्वयं सहायता समूह 'शिव शक्ति' ने इस इलाके में बड़ी तादाद में पाए जाने वाले एक फूल के गुणों का पता लगाया है। यहां के लोग इस फूल को 'बुरांश' के नाम से जानते हैं। समूह की महिलाएं इस फूल को इकट्ठा करती हैं और इससे मसालेदार नमक बनाती हैं, जिसे खाने के साथ अलग से यूज किया जा सकता है। माना जाता है कि इस फूल में मेडिसिनल और न्यूट्रिशनल वैल्यू है। समूह की महिलाओं का दावा है कि वो इससे जो मसाला बनाती हैं, वो आमतौर पर मिलने वाले फूलों के जैम या जूस से अच्छा है। फूलों को जमा करने से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक का पूरा काम स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ही करती हैं। समूह की महिलाओं का कहना है कि ये फूलों की प्रोसेसिंग का ईको-फ्रैंडली तरीका है। बुरांश नमक बनाकर और उसे बेचकर वो अपने परिवार की आर्थिक मदद कर पाती हैं।