सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को उस समय लोग ठहाका लगाने को मजबूर हो गए जब वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता को अपने दल में इंटर्न के तौर पर शामिल करने से इंकार कर दिया. हुआ यूं कि जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच पश्चिम बंगाल सरकार की उस याचिका (सिविल सूट) पर सुनवाई कर रही थी, जो केंद्र सरकार को प्रतिवादी बनाते हुए दायर की गई है और राज्य सरकार की अनुशंसा के बगैर सीबीआई जांच को चुनौती दी गई है.