लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे चरण दर चरण आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे सियासी मुद्दे भी बदलते जा रहे हैं. ‘मोदी गारंटी बनाम कांग्रेस की गारंटी’ से शुरू हुआ 2024 का चुनाव तीसरे चरण के प्रचार में राजनीतिक आक्रामकता पर पहुंच गया. आमजन के मुद्दे गौण हो गए. तीसरे चरण का चुनाव प्रचार संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर ही सीमित नहीं रहा बल्कि यह शहजादा-पीरजादा, हिंदू-मुस्लिम और तुष्टीकरण पर पहुंच गया. पीएम मोदी और राहुल गांधी ने एक दूसरे पर जमकर ‘शब्दवाण’ छोड़े, जिसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल अपनी-अपनी तरह से एजेंडा सेट करने की कवायद करते नजर आए.