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शिक्षक दिवस के अवसर पर स्कूल, कॉलेजों के 75 शिक्षकों को राष्ट्रपति मुर्मू पुरूस्कार से करेंगी सम्मानित

हर साल देश 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का उद्देश्य देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान का जश्न मनाना और उन शिक्षकों को सम्मानित करना है जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है बल्कि अपने छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शिक्षक दिवस के मौके पर देशभर के 75 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरूस्कार से सम्मानित करेंगी. प्रत्येक पुरस्कार में योग्यता प्रमाण पत्र, 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक सिल्वर मैडल दिया जाता है. बयान में कहा गया है कि पुरस्कार विजेताओं को प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने का भी मौका मिलेगा.

शिक्षा मंत्री के अनुसार, पुरूस्कार समारोह दिल्ली के विज्ञान भवन में होगा. 

शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग कठोर, पारदर्शी चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान करने के लिए हर साल शिक्षक दिवस पर एक राष्ट्रीय स्तर का समारोह आयोजित करता रहा है. इस वर्ष से, राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दायरे का विस्तार किया गया है और इसमें उच्च शिक्षा विभाग और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के शिक्षकों को भी शामिल किया गया है.

इस वर्ष 50 स्कूली शिक्षकों, उच्च शिक्षा के 13 शिक्षकों और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के 12 शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा.

नवीन शिक्षण, अनुसंधान, सामुदायिक आउटरीच और काम की नवीनता को पहचानने की दृष्टि से भागीदारी (जन भागीदारी) को अधिकतम करने के लिए ऑनलाइन मोड में नामांकन मांगे गए थे. मंत्रालय ने शिक्षकों के चयन के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों को शामिल करते हुए तीन अलग-अलग स्वतंत्र राष्ट्रीय जूरी का गठन किया.