नई दिल्ली: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को दिल्ली सेवा विधेयक से संबंधित प्रस्ताव में कथित तौर पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने को लेकर कहा कि जैसे केजरीवाल झूठ बोलने में माहिर है, वैसे ही राघव चड्ढा भी झूठ बोलने में माहिर हैं।
राज्यसभा के बुलेटिन में कहा गया है कि सभापति को सांसद सस्मित पात्रा, एस. फांगनोन कोन्याक, एम थंबीदुरई और नरहरि अमीन से शिकायतें मिली हैं जिन्होंने चड्ढा पर विशेषाधिकार हनन का आरोप लगाया है, जिसमें दूसरी बातों के साथ-साथ नियमों का उल्लंघन करते हुए उनकी सहमति के बिना उनके नाम शामिल किए गए हैं।
आगे उन्होंने कहा कि, "उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। ऐसी एक कहावत है हिंदी में। बिना पूछे हुए किसी का नाम लेते हैं तो रूल में बहुत क्लियर है उनका कंसेंट लेना अगर कंसेंट नहीं लिया है तो ऑन रिकॉर्ड हमारे एमपी और बाकी पार्टी के एमपी भी बताते हैं। बाद में भी कॉन्सपिरेसी ये केजरीवाल जी का ट्रेनिंग बहुत अच्छा होगा। जैसे केजरीवाल जी झूठ बोलने में माहिर है न वैसे ही ये भी बोलते हैं।"