मल्लिकार्जुन खरगे परंपरागत सीट कलबुर्गी (गुलबर्गा) से चुनाव नहीं लड़ेंगे. वह इस समय इंडिया गठबंधन में भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं, लिहाजा उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. हालांकि उनसे जुड़े सूत्रों का दावा है कि पार्टी अगर कहेगी तो पीछे भी नहीं हटेंगे, लेकिन उनका फिलहाल चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. खरगे गुलबर्गा लोकसभा सीट से दो बार जीत चुके हैं, लेकिन 2019 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
खरगे का राज्यसभा में कार्यकाल अभी चार साल से अधिक बचा हुआ है. उनके बेटे प्रियांक खरगे गुलबर्गा क्षेत्र के चित्तपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और कर्नाटक में सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं. उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने में भी कोई दिलचस्पी नहीं है.