दुनियाभर में महंगाई अपने चरम पर है. भारत भी इससे बचा हुआ नहीं है. अगर बात चावल की करें तो कीमतें सिर्फ दुनिया में ही नहीं बल्कि भारत में भी ऊंची बनी हुई है. उसके बाद भी भारत ने फिर से एक बार अपना बड़ा दिल दिखाया है. इस बार भारत अपने खाड़ी दोस्त यूएई को हजारों टन चावल एक्सपोर्ट कर रहा है. वास्तव में भारत सरकार ने 25 सितंबर को संयुक्त अरब अमीरात को 75,000 टन गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात की अनुमति दी है.
शिपिंग कंपनी द्वारा निर्यात पर अंकुश लगाने के बाद आधी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण फसल की कीमतें लगभग 15 वर्षों में सबसे अधिक हो गईं. पिछले तीन वर्षों में वैश्विक चावल व्यापार में भारत की हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत रही. बढ़ती कीमतें एशिया और अफ्रीका के उन अरबों लोगों के लिए खाद्य असुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा रही हैं जो अनाज पर निर्भर हैं.