स्पेशल समरी रिपोर्ट यानी SSR 9 फरवरी को जारी हुई थी. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव में सरकार बनाने का फैसला करने का मताधिकार 96 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास है. आंकड़ों के मुताबिक इस बार 6 फीसदी नए वोटर्स जुड़े हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक इस तरह से विश्व में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग हमारे देश में है. 2019 में यह आंकड़ा 89.6 करोड़ था.
एसएसआर 2024 के मुताबिक 2.63 करोड़ नए मतदाताओं ने पंजीकरण कराया है. जिसमें महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है. 1.41 करोड़ महिला मतदाता हैं. जबकि इनमें पुरुष मतदाताओं की हिस्सेदारी सिर्फ 1.22 करोड़ ही है. जबकि 48,044 तीसरे लिंग वर्ग के मतदाता हैं. देश की कुल आबादी का 66.76 फीसदी युवा हैं यानी वोट देने वाले बालिग लोग हैं. वोटर्स का लैंगिक अनुपात भी 2023 में 940 था, जो इस साल 2024 में बढ़कर 948 हो गया है. यानी हजार पुरुषों के मुकाबले 948 महिला वोटर हैं. वहीं साल 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लैंगिक अनुपात 928 था.