सनातन परंपरा में शक्ति की साधना के लिए देवी दुर्गा के 9 स्वरूप बताए गये हैं, जिनमें से मां भगवती का तीसरा स्वरूप मां चंद्रघंटा का है. हिंदू मान्यता के अनुसार मां चंद्रघंटा की पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन होती है. देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप बेहद सौम्य और शांत है. माता की पूजा से उनके भक्तों के भीतर साहस और सौम्यता का विकास होता है. शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन जो भक्त उनकी विधि-विधाने से पूजा करते हैं, देवी घंटे के समान उनके मन में चल रही नकारात्मक ऊर्जा को सकरात्मक ऊर्जा में बदल देती हैं.