ग्वालियर में पिछले कुछ दिनों से डेंगू रफ्तार पकड़ता जा रहा रहा है. वहीं डेंगू के डंक ने एक 8 साल की बच्ची को निगल लिया. शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोगों में चिंता बढ़ने लगी है. पिछले 17 दिन में ग्वालियर में 100 लोगों को डेंगू हो चुका है.
ग्वालियर में डेंगू से होने वाली मौत का पहला मामला सामने आया है। विवेक विहार की रहने वाले शशांक भार्गव की 8 साल की बेटी भाविशा भार्गव की दिल्ली में उपचार के दौरान रविवार की रात को मौत हो गई। भाविशा को बीते रोज मंगल नर्सिंग होम से दिल्ली के लिए रेफर किया गया था। फिर भी उसे बचाया नहीं जा सका।
डेंगू का मच्छर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अपना आसान शिकार बनाता है। जगह जगह लार्वा पनप रहा है. स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही डेंगू के प्रकोप को बढ़ रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू की रोकथाम के लिए पूरे आस्तीन के कपड़े पहनाकर रखें। डेंगू की रोकथाम के लिए घर व उसके आसपास साफ पानी जमा न होने दें। यदि बुखार आए तो तत्काल डेंगू, मलेरिया की जांच कराएं और विशेषज्ञ डाक्टर को दिखाएं।