कांग्रेस की तरफ से पीएम मोदी के लिए अभद्र टिप्पणियां थमने का नाम नहीं ले रही है। जिस पर बीजेपी ने कांग्रेस की आपत्तिजनक भाषा पर आपत्ति जताते हुए चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी लेकिन कांग्रेस इतनी बुजदिल बन बैठी है कि उसने अनर्गल शब्दों पर लगाम लगाने के बजाय तेवर फिर से देखने को मिले हैं। चुनाव आयोग की कारण बताओ नोटिस भेजने के बाद भी राहुल गांघी ने पीएम मोदी को फिर से अपशब्द बोले हैं।
राहुल गांधी ने क्रिकेट वर्ड कप में टीम इडिंया की हार के वजह पीएम मोदी को बताया इतना ही नहीं राहुल ने पीएम मोदी को पनौती तक कह डाला जिसका अर्थ होता है किसी भी नेक काम में व्यक्ति या चीज को अशुभ होना बतया जाता है। राहुल गांधी का पनौती शब्द सोशल मीडिया में भी ट्रेंड करने लगा पनैती शब्द के बाद से काग्रेंस पूरे देश में फिर से महौल गरम कर दिया। जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर एक्शन लिया और चुनाव आयोग में शिकायत कि जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस पर तत्परता दिखाते हुए इस पर नोटिस भी जारी कर दिया।
चुनाव आयोग के नोटिस भेजने के बाद भी कांग्रेस के सुर नहीं बदले मिजाज वहीं दिखा इस बार सोशल मीडिया पर एक और विवादित बयान सामने आया है जो काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि अब कांग्रेस ने पीएम मोदी को पनौती से जुड़ा पनैती ए आजम बता दिया है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने एक पोस्टर जारी किया है। उस पोस्टर में एक लिखा है कि पनौती तुम कब जाओगे। जिसमें कांग्रेस ने चंद्रयान 2 की असलफलता, कोरोना और फाइनल भारटीय टीम का हार पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस का साफ तौर पर कहना है कि भारतीय टीम के हार की वजह एक मात्र पीएम मोदी की मौजूगदी है। राहुल ने एक सभा को संबोधित करते हुए कह चुकें है कि हमारे लड़के वर्ड कप इसी लिए हारे पनौती की वजह से ये वहीं न होते तो आज ये हार न होती। राहुल के इस बयान के बाद से के सियायी पारा काफी गरमाया हुआ है। राहुल गांधी है कि थमने का नाम नही ले रहे। ये कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर कई अभद्र टिप्पणी कर चुकें है। इससे पहले के चुनाव के दौरान ही राहुल गांधी ने पीएम को चौकीदार चोर है बताया था। जो कि राहुल गांधी को भारी भड़ चुका है।
इसी के साथ और कई बार राहुल गांघी ने पीएम मोदी पर तमाम तरह की विवादित टिप्पटी कर चुकें है। जिसे बीजेपी ने अपनी हथियार बनाया और राहुल पर रोड पर ला दिया था। ऐसे में इस बार भी राहुल तीक्ष्ण शब्द उन पर भारी पर सकते हैं। बीजेपी इन शब्दों को लेकर कभी भी आक्रामक हो सकती है।