कभी किसी ने भूत देखा है? ये सवाल अगर किसी से पूछा जाए तो इसके अलग-अलग जवाब मिलेंगे. कोई कहेगा कि उसने देखा है. कोई कहेगा कि भूत-वूत कुछ नहीं होता. कोई कहेगा कि होते होंगे, कभी सामना नहीं हुआ. लेकिन जरा सोचिए कि अगर आपका कभी ऐसे ही किसी तत्व से सामना हो जाए तो क्या होगा. जाहिर सी बात है कि सब कुछ नॉर्मल तो नहीं रह जाएगा. वशीकरण पर अब तक न जाने कितनी फिल्में ऐसी बनी हैं जो कि सच्ची घटनाओं से प्रेरित बताई गई हैं. लेकिन अजय देवगन की ये फिल्म किसी भी सच्ची घटना का दावा नहीं करती और एक काल्पनिक फिल्म है.
फिल्म की कहानी वशीकरण पर है. एक शख्स जिसकी नजर पहाड़ी पर पिकनिक मनाने निकली एक फैमिली पर होती है. वो उस फैमिली का पीछा करता है और उसके बच्चों को बहलाकर अपने वश में कर लेता है. वो कोई छोटा-मोटा तांत्रिक नहीं होता है. धीरे-धीरे वो अपनी शक्तियां दिखाने लगता है और अपने काले जादू से परिवार को धमकाता है. वो बार-बार अजय देवगन से उसकी बेटी की बली देने की बात कहता है. लेकिन अजय देवगन का किरदार भी अपनी बेटी को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देता है. वैसे तो हमेशा बुराई पर अच्छाई ने विजय प्राप्त की है. ऐसे में ये देखना रोचक होगा कि इस फिल्म में इंसान जीतता है या शैतान. साथ में एक क्लू ये भी है कि कहानी के अंत को एक सस्पेंस के साथ छोड़ा गया है