Landslide in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भूस्खलन की वजह से 16 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को बारिश से शिमला में एक मंदिर समेत कई घरों को नुकसान पहुंचा।सोलन में बादल फटने से भारी तबाही हुई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से नदी, नालों से दूर रहने और घरों में ही रहने की अपील की है।
बारिश से तबाही के चलते राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बारिश के कारण राज्य की 752 सड़कें बंद हैं। सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई।
रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया जबकि जादोन गांव में सात लोगों की मौत हो गई।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कहा कि मृतकों की पहचान 38 साल के हरनाम, 35 साल के कमल किशोर, 34 साल की हेमलता, 12 साल के राहुल और नेहा, आठ साल के गोलू और 12 साल के रक्षा के रूप में हुई है।
शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने पीटीआई वीडियो को बताया कि भूस्खलन में कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने ट्वीट कर कहा, "शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां समरहिल में शिव मंदिर भारी बारिश के कारण ढह गया। अब तक नौ शव निकाले गए हैं। स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है ताकि फंसे हुए लोगों को बचाया जा सके।"
एक और ट्वीट में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, "विनाशकारी बारिश के कारण शिमला के समरहिल इलाके में शिव मंदिर के पास भूस्खलन हुआ, जिसमें कई लोग दब गए। कुछ लोगों की मौत हो गई है। युद्ध स्तर पर बचाव कार्य जारी है। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। रविवार से हिमाचल प्रदेश में जारी भारी बारिश के कारण भूस्खलन की वजह से शिमला-चंडीगढ़ समेत कई सड़कें बंद हो गई हैं।"
अधिकारियों ने कहा कि शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग का एक प्रमुख हिस्सा पिछले दो हफ्तों में बार-बार होने वाले भूस्खलन से प्रभावित हुआ है।