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World Elephant Day 2023: भारत के लिए क्यों खास है विश्व हाथी दिवस, जानें महत्व और जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!

हाथी की सुरक्षा एवं संरक्षण को ध्यान में रखकर 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है. हाथी दुनिया का विशालतम एवं दुलर्भ प्राणी है, लेकिन लाखों वर्ष पुराना यह जीव अवैध तस्करी और प्रताड़ना का शिकार हो रहा है. ऐसे में देखा जा रहा है कि इनकी संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है. हाथी को राजसी आन-बान शान का प्रतीक माना जाता है. 

हाथी को मुख्य रूप से अपने विशालकाय शरीर और अदम्य शक्ति के कारण जाना जाता है और इसलिए प्राचीन समय में भारतीय सेना में हाथियों का अत्यधिक उपयोग किया जाता था. चाहे कोई भी समय रहा हो तथा कोई भी क्षेत्र या राजवंश हो, हाथियों के महत्व को कभी नकारा नहीं गया. साथ ही मध्ययुगीन समय में भी इनका उपयोग अच्छी तरह से जारी रहा. चूंकि हाथी विभिन्न प्रकार के सैन्य कार्यों को पूरा करने में सक्षम थे, इसलिए सैन्य कार्यों के लिए इनका अत्यधिक उपयोग किया गया. हालांकि हाथी का उपयोग जहां फायदेमंद था वहीं नुकसानदायक भी. कई कमियों के बावजूद भी प्राचीन भारतीयों ने हाथियों की प्रभावशीलता पर तब भी विश्वास किया, जब जमीनी परिणाम विपरीत दिखाई दिए.

भारत के लिए हाथी की कहानी से एक अलग ही इतिहास जुड़ चुका है. ऑस्कर 2023 भारतीयों के लिए नई खुशखबरी लेकर आया है. भारत की शॉर्ट फिल्म ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म के लिए पहला ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था. इस डॉक्युमेंट्री को कार्तिकी गोंजाल्विस ने डायरेक्ट किया है.

विश्व हाथी दिवस का महत्व
विश्व हाथी दिवस जंगली हाथियों की सुरक्षा और संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने का बहुत महत्वपूर्ण दिवस है. यह दिवस हाथियों के अवैध शिकार एवं इसके कीमती दांतों की तस्करी के कारण हाथियों पर बढ़ते खतरों के बारे में शिक्षित करने में मदद करता है. विश्व हाथी दिवस महज हाथी के प्रति जागरूकता बढ़ाना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है. हाथी राजसी और विस्मयकारी प्राणी है.

कब और क्यों मनाते हैं विश्व हाथी दिवस?
साल 2011 में सिम्म एवं एलिफेंट की इंट्रोडक्शन फाउंडेशन द्वारा इसकी पहल की गई थी, किंतु ऑफिशियली 12 अगस्त 2012 विश्व हाथी दिवस मनाने की घोषणा की गई. विश्व हाथी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर से हाथियों की लुप्त हो रही संख्या की ओर दुनिया भर का ध्यान आकर्षित करना, उनकी सुरक्षा हेतु जागरूकता फैलाना और संरक्षण को बढ़ावा देना है. इसका मकसद हाथियों के पुनर्वास, बेहतर स्वास्थ्य, गैरकानूनी ढंग से हाथियों की तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाना है. 

हाथी से जुड़े कुछ रोचक फैक्ट!
* सनातन धर्म में हाथी को भगवान गणेश का प्रतीक माना जाता है.

* जन्म के 20 मिनट बाद ही हाथी का बच्चा अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है.

* एशियाई हाथियों की कुल वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत से अधिक भारत में हैं.

* दक्षिण अफ्रीका में हाथियों का अधिकतम वजन 5 हजार किलो तक बताया जाता है.

* एक स्वस्थ हाथी दिन भर में 150 किलो खाना खाता है और करीब 80 गैलन पानी पीता है.

* हाथी हमेशा झुंड में चलते हैं, जिससे घने जंगलों में रास्ता खुद-ब-खुद बनता जाता है, जिसका लाभ जंगल के अन्य प्राणियों को मिलता है.

* वर्तमान में भारत के 14 प्रदेशों में लगभग 65 हजार वर्ग किमी में हाथियों के लिए कुल 30 वन क्षेत्र सुरक्षित एवं सरकार द्वारा संरक्षित है.

* हाथी विश्व के लिए बहुत आवश्यक प्राणी माना जाता है, क्योंकि यह जंगल में रहने वाले अन्य वन्य जीवों के पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) को बनाए रखने में खास भूमिका निभाते हैं.