विश्व जैव ईंधन दिवस (World Biofuel Day) हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन पारंपरिक जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और जैव ईंधन क्षेत्र में सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों को प्रकाश डालने के लिए मनाया जाता है। जैव ईंधन का विकास स्वच्छ भारत अभियान (Swach Bharat Abhiyan) और आत्मनिर्भर भरत अभियान (Atmanirbhar Bharat Abhiyan) जैसे योजनाओं के साथ-साथ किया जा रहा है। विश्व जैव ईंधन दिवस पहली बार अगस्त 2015 में पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय (Ministry of Petroleum and Gas) द्वारा मनाया गया था।
क्या है जैव ईंधन ?
जैव ईंधन पर्यावरण के अनुकूल ईंधन हैं जिसका उपयोग कार्बन उत्सर्जन को कम करने में एक लंबा सफर तय करेगा। इसे नवीकरणीय बायोमास संसाधनों के माध्यम से बनाया जाता हैं और इस प्रकार सतत विकास के लिए एक मजबूत स्थिति बनाता हैं। इस तरह के जैव ईंधन प्रक्रिया में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना 21 वीं शताब्दी की दुनिया की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेंगे।