नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बताया कि विशेष संसद सत्र के लिए कोई एजेंडा सूचीबद्ध नहीं किया गया है। उन्होंने चर्चा के लिए मणिपुर में हिंसा सहित नौ मुद्दे उठाए हैं। सोनिया ने पत्र में केंद्र-राज्य संबंध, सांप्रदायिक तनाव के मामलों में बढ़ोतरी और चीन सीमा विवाद के मुद्दे शामिल हैं।
उन्होंने लिखा है, "मुझे ये बताना चाहिए कि ये विशेष सत्र दूसरे राजनैतिक दलों के साथ सलाह-मशविरे के बिना बुलाया गया है। हममें से किसी को भी इसके एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमें केवल इतना बताया गया है कि सभी पांच दिन सरकारी कामकाज के लिए आवंटित किए गए हैं।"
उन्होंने कहा, "मुझे पूरी उम्मीद है कि रचनात्मक सहयोग की भावना से इन मुद्दों को आगामी विशेष सत्र में उठाया जाएगा।"
एआईसीसी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ये पहली बार है कि सदन की कार्यवाही में किसी एजेंडे पर चर्चा नहीं की गई है या सूचीबद्ध नहीं किया गया है। संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा।