नई दिल्ली: मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष की तरफ से लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि ये आंकड़ों के खेल के लिए नहीं लाया गया था। ये अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लाया गया था ताकि मणिपुर के लोगों को संवेदना के चंद शब्द सुनाई दें।
आरजेडी सांसद ने कहा, "प्रधानमंत्री जी को हर चीज पर बोलने की फुर्सत है। ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हैं, लेकिन मणिपुर नहीं जा पाते हैं। मणिपुर के लिए संवेदना के दो शब्द नहीं सुने।'
मनोझ झा ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का इतिहास रहा है कि प्रधानमंत्री जी सदन में मौजूद रहते हैं और पूरी बहस सुनते हैं।
मणिपुर पुलिस ने पिछले हफ्ते दो ग्रुपों के बीच विवाद के बाद असम राइफल्स पर पुलिस वाहन रोकने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है।
इस पर आरजेडी नेता ने कहा, "अराजकता, कॉस्टीट्यूशनल मशीनरी के ब्रेकडाउन की इससे बुरी खबरें हमनें आजाद हिंदुस्तान में कब सुनी? जब दो फोर्सेज आपस में लड़ रहीं हों। समुदायों के बीच की खांई इतनी चौड़ी हो गई हो। उसके बाद भी प्रधानमंत्री जी की चुप्पी, दुर्भाग्यपूर्ण विसंगतियों को जन्म दे रही है।"