DELHI NEWS: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, "ये साफ तौर से चुनावों से जुड़ा हुआ है, चुनाव आयोग के लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के कुछ ही दिनों के अंदर आप देख सकते हैं कि विपक्षी गठबंधन के एक अहम सदस्य, मौजूदा मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय ने मनमाने ढंग से गिरफ्तार कर लिया है।"
"लेकिन वो इस तरह का सामना करने वाले पहले विपक्षी नेता नहीं हैं, कुछ हफ्ते पहले वह झारखंड के मौजूदा मुख्यमंत्री भी इसी हालात में थे। उनके उप-मुख्यमंत्री को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था, मुझे लगता है कि और दूसरे लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।"
"दुर्भाग्य से ये उस प्रक्रिया का हिस्सा है जिसके तहत इस देश में लोकतांत्रिक संस्थाएं धीरे-धीरे इस हद तक नष्ट हो गई हैं कि अब उनका अस्तित्व ही करीब खत्म हो गया है।"
"अब देश को हमारे लोकतंत्र के सामने आने वाले ख़तरे का एहसास है या नहीं, ये तो समय ही बताएगा, लेकिन ये सरकार जो विरासत छोड़ेगी, क्योंकि ये सरकार हमेशा के लिए नहीं रहेगी, किसी न किसी समय ये सरकार पद से हट जाएगी सत्ता से बाहर, लेकिन वे जो स्थाई विरासत छोड़ेंगे, जिसमें लोकतांत्रिक संस्थाएं पूरी तरह से नष्ट हो चुकी होंगी, वो मुझे लगता है कि इस देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।''