महिला आरक्षण विधेयक की मांग उठाने वाली बीआरएस एमएलसी के.कविता पर बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी.के. अरुणा ने कहा कि उनका संसद में महिला आरक्षण विधेयक पेश किए जाने का स्वागत करना, दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले से ध्यान भटकाने की नीति का हिस्सा है।
अरुणा ने कहा, "बीआरएस को नाटक करने की आदत है। कविता ने पहले केसीआर को 33 फीसदी आरक्षण देने के लिए क्यों नहीं मनाया। एमएलसी कविता ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले से ध्यान भटकाने के लिए महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया है।" इस महीने की शुरुआत में बीआरएस नेता ने बीजेपी और कांग्रेस सहित 47 राजनैतिक दलों से एकजुट होने और संसद के विशेष सत्र में लंबे समय से प्रतीक्षित विधेयक को पारित करने की अपील की थी।
मार्च में कविता विधेयक को पेश करने और पारित करने की मांग को लेकर नई दिल्ली में भूख हड़ताल पर बैठीं, जिसमें महिलाओं के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है। उन्होंने याद दिलाया कि उनकी पार्टी ने 2014 में ही इस विधेयक का स्वागत किया था और उनके पिता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने हाल ही में अपना रुख दोहराया था कि जब भी ये विधेयक पेश किया जाएगा, वे इसका समर्थन करेंगे।