यूपी के शाहजहांपुर में 61 हजार रुपये बिजली का बिल आने पर एक युवक ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। पत्नी का आरोप है कि बिल निकालने के बाद बिजली कर्मचारियों ने धमकाया था। धमकाते हुए कहा था कि बिल जमा नही किया तो जेल जाना होगा। गरीब पति के पास इतने रूपये नही थे कि वो हजारों का बिल जमा कर सके। मृतक की पत्नी ने दो छोटे बेटो के पालन-पोषण के लिए मुआवजे की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पत्नी ने आरोपी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है।
दरअसल थाना सिंधौली क्षेत्र के महाउ दुर्ग के रहने वाले 30 वर्ष के अवनीश के मकान में उनके चाचा रामचंद्र के नाम से बिजली का मीटर लगा है। काफी समय से बिजली का बिल जमा नही हुआ था। पत्नी का आरोप है कि बुधवार को बिजली विभाग के कर्मचारी बिल निकालने आए थे। 61 हजार रुपये का बिल निकालकर उन्होंने पति को दे दिया। आरोप है कि बिजली कर्मचारियों ने पति को धमकाया था कि जल्द इस बिल को जमा करा दो अगर बिल जमा नही किया तो जेल जाना पड़ेगा।
उसके बाद बिजली का कनेक्शन काटकर कर्मचारी चले गए। इस बात से पति बहुत परेशान हो गए।शाम के समय गांव में ही उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया। गांव वालों की सूचना पर जाकर उनको सीएचसी लेकर गए। वहां से उनको राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। पत्नी का आरोप है कि बिजली कर्मचारियों की धमकी से डर पति ने आत्महत्या कर ली। पत्नी का कहना है कि पति मेहनत मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। क्यूंकि वो लोग भूमिहीन हैं। उनके दो छोटे छोटे बच्चे भी हैं। बच्चों की परवरिश के लिए पत्नी ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। तो वहीं बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता जेपी वर्मा ने बताया कि बिजली कर्मियों द्वारा धमकाने व हड़काने की कोई बात नही है। बिजली बिल बकाया था इसलिये बिजली कर्मचारी बिल की अदायगी के लिए गए थे। फिर भी आरोपो की जांच के लिए एसडीओ पुवायां को जांच सौंपी है।